इंदाैर. क्राइम ब्रांच और मल्हारगंज पुलिस ने गुरूवार को ग्वालियर के एक ज्वेलर्स के साथ 2 मार्च को हुई 81 लाख लूट की वारदात का खुलासा किया। लूट के छह आरोपियों से पुलिस ने अबतक 63 लाख की नकदी बरामद कर ली है। लूट का मास्टर माइंड कोई और नहीं नकदी लेकर आए कर्मचारी ही निकले। आरोपी बस के पीछे- पीछे ग्वालियर से इंदौर पहुंचे थे। फिलहाल दो आरोपी फरार चल रहे हैं।
कर्मचारियों से लूट की शिकायत की थी
क्राइम ब्रांच ने बताया- ''2 मार्च की रात करीब 9 बजे ग्वालियर के ज्वेलर्स राजेन्द्र गुप्ता ने मल्हारगंज थाने में कर्मचारियों से हुई लूट की रिपोर्ट दर्ज करवाई थी। उन्होंने लिखित शिकायत में कहा था कि दुकान पर काम करने वाले कर्मचारी सत्येन्द्र यादव और हेमंत श्रीवास्तव को 4 लाख रुपए नकदी और ज्वेलरी के साथ इंदौर के सराफा खरीददारी करने भेजा था। दोनों कर्मचारी गोराकुंड के पास गजानंद टॉवर के एक फ्लैट में रुके थे। मल्टी की पार्किंग में तीन अज्ञात बदमाशों ने दोनों कर्मचारियों के साथ धक्का-मुक्की की और रुपयों से भरा बैग लेकर भाग निकले। व्यापारी की शिकायत पर पुलिस ने मामले को जांच में लिया।''
आरोपी हेमंत बोला - बैग में 4 नहीं 81 लाख रुपए थे
पहले तो पुलिस ने आसपास के सीसीटीवी खंगाले फिर उसके बाद 50 से अधिक संदेहियों से पूछताछ की। पुलिस ने दोनों कर्मचारियों से भी अलग-अलग पूछताछ की। पूछताछ में हेमंत श्रीवास्तव की बातों से पुलिस को शक हुआ। इस पर पुलिस ने सख्ती दिखाई तो उसने अपना जुर्म कबूल लिया। आरोपी हेमंत ने बैग में 4 लाख की बजाय 81 लाख रुपए नकदी होने की बात कबूली है। आरोपी ने बताया कि वह लंबे समय से व्यापारी राजेन्द्र गुप्ता और उनके भाई नरेन्द्र गुप्ता के यहां पर काम कर रहा था। वह 81 लाख रुपए नकद लेकर इंदौर पहुंचा था। इतने रुपए देखकर उसकी नीयत खराब हो गई। इसके बाद उसने भाई के साथ मिलकर पूरा प्लान तैयार किया।